“Refined oil” स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं या बुरे? स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय जानें
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक आहार खाना बहुत महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भोजन में स्वस्थ तेल भी होना चाहिए।
हम किस तरह का तेल खाते हैं, इसका सीधा असर हमारी सेहत पर होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रिफाइंड तेल उतना ही हानिकारक हो सकता है, लेकिन अध्ययनों ने ऑलिव ऑयल को कई बीमारियों का खतरा कम करने वाला पाया है। रिफाइंड तेल प्राकृतिक तेलों को कई प्रकार के रसायनों और गंधों के साथ फिल्टर करने से बनाया जाता है। इस तरह का तेल हानिकारक हो सकता है। आइए जानते हैं कि रिफाइंड ऑयल किस प्रकार से हमारी सेहत को खराब कर सकता है? रिफाइंड ऑयल से कई बीमारियाँ विभिन्न अध्ययनों ने रिफाइंड ऑयल के हानिकारक प्रभावों को समझने की कोशिश की है।
- शोधकर्ताओं ने पाया कि डायबिटीज, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग, एथेरोस्क्लेरोसिस, मोटापा, प्रजनन संबंधी समस्याएं और प्रतिरक्षा संबंधी समस्याएं रोजाना बढ़ सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के तेलों का सेवन कम या बिल्कुल न करें क्योंकि ये खतरनाक हैं। रिफाइंड ऑयल से इंफ्लामेशन शरीर में इंफ्लामेटरी समस्याओं को बढ़ाने वाला रिफाइंड ऑयल पाया गया है और इंफ्लामेशन की स्थिति कई पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ाती है।
2. शोधकर्ताओं ने बताया कि रिफाइंड ऑयल में अधिक ट्रांस फैट है। इस तरह के फैट्स हृदय रोगों और कैंसर को बढ़ावा देते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रांस फैट महिलाओं में सूजन और वजन बढ़ सकता है, जो डायबिटीज और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। कैंसर के नुकसान प्राकृतिक तेलों की प्रक्रिया के दौरान निकेल रिलीज होता है, जो शरीर पर घातक प्रभाव डाल सकता है। यह धातु आपकी सेहत को कई प्रकार से खराब कर सकती है। इसका भोजन कैंसर कर सकता है। इससे लिवर, त्वचा और श्वसन प्रणाली भी प्रभावित हो सकते हैं। कई अध्ययनों ने रिफाइंड तेलों के सेवन को मधुमेह, कैंसर और हृदय रोग से संबंधित पाया है।
3. स्वस्थ तेलों का प्रयोग करें स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए खाने में पौष्टिक और स्वस्थ तेलों का सेवन करें। शोधकर्ताओं ने पाया कि सरसों के तेल और ऑलिव ऑयल हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, इसलिए खाने में हमेशा कोलेस्ट्रॉल और हानिकारक वसा से मुक्त तेल प्रयोग करें। कुछ अध्ययनों ने भी सूरजमुखी के तेल को स्वास्थ्य के लिए घातक बताया है।